क्या अब स्कूलों में सोलर से चलेगी बिजली? जानिए यूपी सरकार का बड़ा कदम!

क्या आपके गांव या कस्बे का स्कूल भी अब बिजली की कमी से नहीं जूझेगा?
जी हां, उत्तर प्रदेश सरकार ने अब स्कूलों में भी सोलर एनर्जी लाने की ठान ली है। राज्य के परिषदीय स्कूलों को अब सौर ऊर्जा (Solar Power) से रोशन करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। ये फैसला बच्चों के लिए एक नई रोशनी लेकर आया है, जिसमें सिर्फ स्मार्ट क्लास ही नहीं, अब गर्मी में चलने वाले पंखे भी सोलर से चलेंगे।
क्या है योजना?
उत्तर प्रदेश की सरकार ने केंद्र सरकार और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सहयोग से एक शानदार प्रस्ताव तैयार किया है, जिसके तहत परिषदीय प्राथमिक और अपर प्राथमिक स्कूलों की छतों पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए जाएंगे।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि दूरदराज के स्कूलों में जहां बिजली की लगातार कमी रहती थी, वहां अब स्मार्ट क्लासरूम के लिए बिजली और गर्मियों में पंखे की ठंडी हवा मिल सकेगी।
क्या फायदा मिलेगा बच्चों को?
आज भी यूपी के हजारों स्कूल ऐसे हैं जहां न बिजली की व्यवस्था है, न पंखे, और न ही डिजिटल सुविधाएं। गर्मी में बच्चों को पढ़ाई करना कठिन हो जाता है। लेकिन इस योजना के आने से:
- बच्चों को ठंडी हवा में पढ़ाई का माहौल मिलेगा।
- स्मार्ट क्लास को बिजली से चलाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
- दूरदराज के स्कूलों में भी 100% बिजली की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
PM सूर्य घर योजना से जुड़ाव
इस योजना को केंद्र की ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ से जोड़ा गया है, ताकि फंडिंग और संसाधनों की कोई कमी न हो। राज्य सरकार ने केंद्र को इस योजना के तहत प्रस्ताव भेजा है और जल्द ही इसे हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।
क्यों है ये जरूरी?
आज के दौर में हर स्कूल को स्मार्ट बनाना जरूरी है। सिर्फ दीवारों और ब्लैकबोर्ड से बात नहीं बनेगी। अगर हम चाहते हैं कि सरकारी स्कूलों में भी बच्चे प्राइवेट स्कूलों की तरह माहौल में पढ़ें, तो बिजली और डिजिटल सुविधाएं देना सबसे पहला कदम है।
इसके अलावा, सोलर प्लांट से बिजली बनाना न सिर्फ सस्ता है बल्कि पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है। इससे कोयले से बनने वाली बिजली पर निर्भरता कम होगी, और सरकारी खर्च भी घटेगा।
आगे क्या?
अगर यह योजना पूरे राज्य में लागू हो गई तो ये देशभर के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकता है। आने वाले समय में हो सकता है:
- हर सरकारी स्कूल में सोलर लगे
- बच्चों को पढ़ाई में और बेहतर माहौल मिले
- सरकारी बिजली बिल में बड़ी बचत हो
- पर्यावरण को मिल सके राहत
उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला ना सिर्फ एक तकनीकी सुधार है, बल्कि एक सामाजिक बदलाव भी है। जिस गांव में बच्चे अभी भी अंधेरे में पढ़ने को मजबूर हैं, वहां सौर ऊर्जा से चमकता भविष्य तैयार किया जा रहा है।
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