भारत में सबसे ज़्यादा सोलर एनर्जी कौन सा राज्य बनाता है? – टॉप 5 स्टेट्स

आज दुनिया सोलर एनर्जी की ओर तेजी से बढ़ रही है और भारत भी पीछे नहीं है। भारत ने साल 2022 में अपने 100 गीगावॉट रिन्युएबल एनर्जी टारगेट को पार कर लिया, जिसमें से एक बड़ी हिस्सेदारी सोलर पावर की रही है।
लेकिन क्या आप जानते हैं, भारत में सबसे ज़्यादा सोलर एनर्जी कौन सा राज्य बनाता है?

इस ब्लॉग में हम जानेंगे टॉप 5 भारतीय राज्य जो सोलर एनर्जी उत्पादन में सबसे आगे हैं और कैसे ये देश को हरित ऊर्जा की दिशा में मजबूत बना रहे हैं।


1. राजस्थान – भारत का सोलर पावर चैंपियन

राजस्थान भारत का नंबर 1 सोलर एनर्जी उत्पादक राज्य है।
यहां की जलवायु और खुला रेगिस्तानी इलाका इसे सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए सबसे अनुकूल बनाता है।

  • कुल सोलर क्षमता: 25+ GW (गीगावॉट) से अधिक (जून 2025 तक)
  • मुख्य प्रोजेक्ट: भादला सोलर पार्क – दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क
  • खास बात: धूप की अधिक उपलब्धता और बड़ी ज़मीन ने राजस्थान को टॉप पर पहुंचाया।

2. गुजरात – सोलर और विंड दोनों में अग्रणी

गुजरात भी सोलर एनर्जी उत्पादन में बहुत तेजी से आगे आया है। यहां सरकार की नीतियां और निवेश का माहौल बहुत अनुकूल है।

  • कुल सोलर क्षमता: लगभग 10+ GW
  • मुख्य प्रोजेक्ट: चरंका सोलर पार्क, धोलेरा सोलर पार्क
  • खास बात: गुजरात घरेलू सोलर रुफटॉप सिस्टम को भी बढ़ावा दे रहा है, जिससे छोटे उपभोक्ता भी जुड़े हैं।

3. कर्नाटक – इनोवेशन और स्मार्ट ग्रिड का केंद्र

कर्नाटक ने पिछले कुछ वर्षों में सोलर और रिन्युएबल एनर्जी में बड़ी छलांग लगाई है।

  • कुल सोलर क्षमता: 8-9 GW के आसपास
  • मुख्य प्रोजेक्ट: पवगडा सोलर पार्क (2 GW से अधिक)
  • खास बात: राज्य में स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल और निजी निवेश का जोर है।

4. तमिलनाडु – रिन्युएबल एनर्जी हब

तमिलनाडु पहले विंड एनर्जी में लीड करता था, लेकिन अब सोलर में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

  • कुल सोलर क्षमता: 6-7 GW
  • मुख्य प्रोजेक्ट: कामूथी सोलर प्लांट
  • खास बात: तमिलनाडु की ग्रिड स्थिरता और इंडस्ट्रियल डिमांड इसे सोलर पावर उपयोग में अग्रणी बनाती है।

5. तेलंगाना – स्मार्ट नीति और तेजी से बढ़ता राज्य

तेलंगाना ने बहुत कम समय में सोलर एनर्जी उत्पादन में बड़ा मुकाम हासिल किया है।

  • कुल सोलर क्षमता: लगभग 5-6 GW
  • मुख्य प्रोजेक्ट: अनेक डिस्ट्रिक्ट-लेवल ग्राउंड और रूफटॉप प्लांट
  • खास बात: यहां की नीति सरल है और किसानों को सोलर पंप का भी लाभ दिया जा रहा है।

क्या कहते हैं ये आंकड़े?

भारत में कुल सोलर क्षमता जून 2025 तक 73+ GW पार कर चुकी है। आने वाले सालों में भारत का लक्ष्य 280 GW सोलर पावर उत्पादन का है।

राजस्थान, गुजरात, और कर्नाटक इस मिशन में सबसे अहम भूमिका निभा रहे हैं।


भविष्य क्या कहता है?

भारत सरकार की PLI योजना, सोलर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा, और सब्सिडी योजनाएं देश के हर राज्य को इस रेस में शामिल कर रही हैं। सोलर सिर्फ बड़े प्लांट तक सीमित नहीं रहा, अब तो आम लोग भी अपने घरों की छत पर सोलर लगाकर उत्पादन कर रहे हैं।


निष्कर्ष:

भारत में सोलर पावर का भविष्य बहुत उज्ज्वल है और राज्यों की भागीदारी इसमें सबसे अहम है। राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक जैसे राज्य देश को एनर्जी आत्मनिर्भर बना रहे हैं।

अगर आप भी सोलर सिस्टम लगवाने का सोच रहे हैं, तो ये समय बिल्कुल सही है।


नोट:

सोलर इन्वेस्टमेंट या सेटअप से पहले किसी सर्टिफाइड सोलर कंसल्टेंट से सलाह जरूर लें और राज्य सरकार की नीति को ध्यान से पढ़ें।

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