सोलर पैनल पर Insurance लेना चाहिए या नहीं? – जानिए कब ज़रूरी है

आज के समय में सोलर पैनल सिर्फ बिजली बचाने का ही जरिया नहीं, बल्कि एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट बन चुका है। जब आप लाखों रुपये खर्च करके अपने घर या बिजनेस में सोलर सिस्टम लगवाते हैं, तो ज़ाहिर है कि उसे सुरक्षित रखना भी आपकी जिम्मेदारी बनती है। ऐसे में कई लोग ये सवाल करते हैं — क्या सोलर पैनल का इंश्योरेंस कराना जरूरी है? क्या ये पैसे की बर्बादी है या समझदारी का सौदा?

इस ब्लॉग में हम इसी सवाल का जवाब जानेंगे।


  • सबसे पहले समझिए: सोलर पैनल इंश्योरेंस क्या होता है?

सोलर इंश्योरेंस एक ऐसा सुरक्षा कवच है जो आपके सोलर सिस्टम को प्राकृतिक आपदाओं, चोरी, आग, दुर्घटनाओं, बिजली गिरने या अन्य तकनीकी नुकसानों से हुए नुकसान की भरपाई करता है। यानी अगर आपका सोलर सिस्टम खराब हो जाए या टूट जाए तो बीमा कंपनी उसकी मरम्मत या नुकसान की भरपाई करती है।


क्या सोलर पैनल में नुकसान का खतरा होता है?

  • बिजली गिरने से जलना या खराब होना
  • तेज आंधी-तूफान या ओलावृष्टि से टूट-फूट
  • चोरी या तोड़फोड़ (खासकर खेत या छत पर लगे पैनलों में)
  • फायर शॉर्ट सर्किट या अन्य तकनीकी दुर्घटनाएं
  • जानवरों (जैसे बंदर, गिलहरी) के कारण वायरिंग में नुकसान

इन तमाम कारणों से सोलर पैनल में नुकसान का खतरा बना रहता है।


  • किन लोगों को सोलर पैनल इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए?
  1. जिन्होंने 3kW या उससे बड़े सिस्टम में इन्वेस्ट किया है – क्योंकि नुकसान होने पर भारी खर्चा आ सकता है।
  2. जिनके पैनल खुले खेत या खुले छतों पर लगे हैं – जहां चोरी, जानवर या मौसम का ज्यादा खतरा होता है।
  3. कॉमर्शियल या इंडस्ट्रियल सोलर यूजर – जो बिजनेस में इस्तेमाल करते हैं और डेली बिजली पर डिपेंडेंट हैं।
  4. जिन इलाकों में मौसम की स्थिति खराब रहती है – जैसे अधिक बारिश, तूफान, या गर्मी।

किन लोगों को इंश्योरेंस की ज़रूरत नहीं है?

  • जिनके पास छोटा सिस्टम है (1-2 kW) और वो घर में छत पर सुरक्षित जगह पर लगे हैं।
  • जो कम जोखिम वाले क्षेत्रों में रहते हैं।
  • जो पहले से Comprehensive Home Insurance में सोलर सिस्टम कवर करा चुके हैं।

इंश्योरेंस की कीमत क्या होती है?

  • सोलर सिस्टम का बीमा करवाना बहुत महंगा नहीं होता। औसतन: सालाना प्रीमियम की राशि ₹1000–1200 तक हो सकती है ।
  • बीमा कंपनियां जैसे ICICI Lombard, HDFC Ergo, Bajaj Allianz आदि सोलर बीमा की सेवा देती हैं।
  • आप इन बिमा कंपनियां की साइट पर विजिट करके बिमा की सही राशि पता कर सकते हैं ।

इंश्योरेंस में क्‍या-क्‍या कवर होता है?

  • Theft (चोरी)
  • Fire Damage (आग लगना)
  • Accidental Damage (दुर्घटना)
  • Lightning / Natural Calamities (बिजली गिरना / तूफान आदि)
  • Vandalism (तोड़फोड़)

किन बातों का ध्यान रखें इंश्योरेंस लेते समय?

  • बीमा कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड चेक करें
  • क्या पैनल, इन्वर्टर, वायरिंग सब कवर हो रहा है?
  • क्लेम प्रोसेस कितना आसान है?

निष्कर्ष: लेना चाहिए या नहीं?

  • अगर आप सोलर सिस्टम को एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट मानते हैं, तो इंश्योरेंस एक जरूरी सुरक्षा है। जैसे आप कार या घर का इंश्योरेंस कराते हैं, वैसे ही सोलर इंश्योरेंस आपको भविष्य के भारी खर्चों से बचा सकता है।
  • छोटे सिस्टम के लिए ये ऑप्शनल हो सकता है, लेकिन 3 kW या उससे ज़्यादा के सिस्टम के लिए यह बेहद समझदारी भरा फैसला होगा।

सोलर सिस्टम एक बार लग जाए तो 25 साल तक आपको फायदा देता है। लेकिन अगर बीच में कोई दुर्घटना हो गई और नुकसान हो गया, तो बीमा ही एकमात्र सहारा होता है। इसलिए सोच समझकर सही इंश्योरेंस प्लान चुनें और अपनी सोलर इन्वेस्टमेंट को पूरी तरह सुरक्षित बनाएं।


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