10 साल बाद Solar Panel का क्या होगा? जानिए Discard, Reuse और Resell की असली सच्चाई

सोलर पैनल की लाइफ आमतौर पर 25 साल मानी जाती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि 10 साल बाद वो काम करना बंद कर देगा। असल में, 10 साल बाद पैनल की एफिशिएंसी यानी बिजली बनाने की क्षमता में थोड़ी गिरावट आती है। शुरुआत में जो पैनल 100% बिजली दे रहा था, वो शायद 10 साल बाद 85% या 90% तक ही दे पाए। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो बेकार हो गया।
अब बात आती है कि तब लोग क्या करते हैं? कई लोग ऐसे होते हैं जो अपग्रेड करना चाहते हैं – यानी पुराने पैनल हटवाकर नई टेक्नोलॉजी वाला सिस्टम लगवाते हैं। पुराने पैनल को वो लोग या तो स्टोर कर लेते हैं या फिर किसी जान-पहचान वाले को दे देते हैं। यहां से शुरू होता है “Reuse” का असली खेल।
कई बार पुराने पैनल छोटे गांवों, स्कूलों, पंचायत भवनों या छोटे व्यापारियों के काम आ जाते हैं। जहां बिजली की जरूरत कम होती है और एफिशिएंसी थोड़ा कम होने से भी कोई बड़ा फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में वो पुराने पैनल “बेकार” नहीं, बल्कि “मददगार” साबित होते हैं।
सोलर पैनल को पूरी तरह फेंकना कभी आसान नहीं होता। उसमें कांच, सिलिकॉन, एल्यूमिनियम जैसे कई कीमती चीजें होती हैं जो रिसाइकल की जा सकती हैं। दुनिया भर में आज सोलर पैनल रीसायक्लिंग पर काम हो रहा है। भारत में अभी इसकी शुरुआत धीरे-धीरे हो रही है, लेकिन आने वाले समय में यह एक बड़ा सेक्टर बनने वाला है।
जहां तक “Resell” की बात है, तो 10 साल पुराने सोलर पैनल का सेकेंड हैंड मार्केट धीरे-धीरे बन रहा है। कई डीलर्स ऐसे हैं जो पुराने पैनल खरीदकर गांवों में बेचते हैं या छोटे-छोटे बिज़नेस में लगाते हैं। हालांकि कीमत बहुत कम मिलती है, लेकिन जितना भी मिले, वो फेंकने से बेहतर ही है। और अगर आपने अच्छे ब्रांड का पैनल लगाया है, तो उसकी डिमांड और ज्यादा हो सकती है।
सोलर पैनल एक लंबी रेस का घोड़ा होता है। अगर आपने सही इंस्टॉलेशन कराया है, सही रखरखाव किया है और मौसम या लोड का दुरुपयोग नहीं हुआ है, तो 10 साल बाद भी वो आपके लिए बिजली बनाता रहेगा। और अगर आप उसे बदलना भी चाहें, तो या तो किसी जरूरतमंद को दे सकते हैं, या फिर रिसाइक्लिंग के लिए भेज सकते हैं।
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लेखक के बारे में
S.K. Gupta पिछले 4 सालों से उत्तर प्रदेश में सोलर इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। वह न सिर्फ ग्राउंड लेवल पर सोलर इंस्टॉलेशन का अनुभव रखते हैं, बल्कि लोगों को सही सलाह देने में विश्वास रखते हैं ताकि वे सोलर लगवाने या सोलर बिजनेस शुरू करने से पहले पूरी जानकारी ले सकें। उनकी कोशिश रहती है कि हर आम आदमी तक सोलर की सही जानकारी आसान भाषा में पहुँचे।