सोलर बैटरी कब बदलनी पड़ती है? जानिए कितने साल चलती है और खर्च कितना आता हैSolar Battery Life

Updated on: July 8, 2025 | By S.K. Gupta

अगर आपने सोलर सिस्टम लगाया है या लगाने की सोच रहे हैं, तो आपके मन में यह सवाल ज़रूर आया होगा कि सोलर बैटरी कितने साल चलती है और इसे कब बदलना पड़ता है। क्योंकि सोलर बैटरी पूरे सिस्टम का एक अहम हिस्सा होती है, खासकर Off Grid और Hybrid Solar System में। सोलर बैटरी यह काम करती है कि दिन में जो बिजली सोलर पैनल बनाते हैं, उसमें से बची हुई बिजली को स्टोर करके रखती है ताकि रात में या जब सूरज ना निकला हो, उस वक्त आपके घर के उपकरण उसी बैटरी से चल सकें।

अब सवाल यह है कि यह बैटरियां कितने दिन साथ देती हैं?

सोलर बैटरी की औसतन उम्र 5 साल से लेकर 10 साल तक होती है। हालांकि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने किस टाइप की बैटरी ली है, उसका ब्रांड क्या है, कितनी बार वह चार्ज और डिस्चार्ज हो रही है और क्या सही देखभाल की जा रही है या नहीं। मार्केट में मुख्यतः दो तरह की बैटरियां मिलती हैं – Lead Acid Battery और Lithium-ion Battery।

लीड एसिड बैटरी सस्ती होती है लेकिन इनकी लाइफ 4 से 6 साल की होती है और इन्हें मेंटेन करना पड़ता है यानी समय-समय पर डिस्टिल वाटर डालना होता है। वहीं लिथियम बैटरी महंगी होती है, लेकिन ये 8 से 12 साल तक चल जाती हैं और इन्हें किसी मेंटेनेंस की जरूरत नहीं होती।

अगर आप किसी गांव या ऐसे इलाके में रहते हैं जहां बिजली बार-बार जाती है, तो आपकी बैटरी दिन में कई बार चार्ज और डिस्चार्ज होती है। इससे उसकी लाइफ थोड़ी जल्दी खत्म हो सकती है। वहीं अगर आप कम लोड पर बैटरी यूज़ करते हैं और गर्मी या सर्दी जैसी एक्सट्रीम परिस्थितियों में उसकी सुरक्षा करते हैं, तो बैटरी ज्यादा समय तक टिकती है।

अब बात करते हैं खर्च की। आज की तारीख में अगर आप एक 150Ah की लीड एसिड बैटरी लेते हैं, तो उसकी कीमत करीब ₹12,000 से ₹18,000 तक आती है। वहीं एक अच्छी Lithium-ion बैटरी की कीमत ₹30,000 से ₹60,000 तक हो सकती है। यह कीमत बैटरी की क्षमता (Ah – Ampere hour) पर भी निर्भर करती है।

जब बैटरी पुरानी हो जाती है, तो सबसे पहले उसका बैकअप टाइम कम हो जाता है। यानी पहले जो बैटरी आपके घर के पंखे, लाइट, कूलर को 8 घंटे चला देती थी, वह अब 4-5 घंटे में ही खत्म हो जाती है। कई बार बैटरी जल्दी-जल्दी डिस्चार्ज होने लगती है या इनवर्टर पर बैटरी लो का अलर्ट जल्दी आने लगता है। ऐसे लक्षण दिखते ही समझ जाइए कि बैटरी अब बदलने की जरूरत में है।

अगर आप सोलर सिस्टम की पूरी उम्र यानी 25 साल तक फायदा लेना चाहते हैं, तो आपको बैटरी को 2 या 3 बार बदलना ही पड़ेगा। इसलिए जब भी आप सोलर सिस्टम लगवाएं, तो यह बात ध्यान में रखें कि बैटरी एक रिप्लेसमेंट आइटम है।

सुझाव यही रहेगा कि यदि आपकी बजट थोड़ी बेहतर है, तो आप शुरू से ही लिथियम बैटरी में निवेश करें। इससे लंबे समय तक टेंशन फ्री सोलर उपयोग का अनुभव मिलेगा।

बैटरी का समय पर ध्यान और सही तरीके से रखरखाव करने से उसकी उम्र को बढ़ाया जा सकता है। और जब भी बैटरी बदलनी हो, हमेशा किसी भरोसेमंद ब्रांड और वेंडर से ही लें, क्योंकि यह आपके घर की बिजली व्यवस्था से जुड़ा मामला है।


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लेखक के बारे में

S.K. Gupta पिछले 4 सालों से उत्तर प्रदेश में सोलर इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। वह न सिर्फ ग्राउंड लेवल पर सोलर इंस्टॉलेशन का अनुभव रखते हैं, बल्कि लोगों को सही सलाह देने में विश्वास रखते हैं ताकि वे सोलर लगवाने या सोलर बिजनेस शुरू करने से पहले पूरी जानकारी ले सकें। उनकी कोशिश रहती है कि हर आम आदमी तक सोलर की सही जानकारी आसान भाषा में पहुँचे।

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