Luminous का 3kW सोलर सिस्टम किन चीज़ों के साथ आता है? इनवर्टर-बैटरी-पैनल की कीमत और डिटेल जानिए!

अगर आप बार-बार बढ़ते बिजली बिल से परेशान हैं और चाहते हैं कि घर की ज़रूरतें पूरी हों लेकिन बिना महीने के झटके दिए — तो सोलर सिस्टम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। खासतौर पर जब बात आती है Luminous जैसे भरोसेमंद ब्रांड की, तो लोग आंख बंद करके उस पर विश्वास करते हैं।
लेकिन यहां एक भ्रम बहुत लोगों को होता है — “क्या Luminous का 3kW का कोई तैयार किट आता है?”
तो जवाब है – नहीं।
Luminous अलग-अलग कंपोनेंट्स के कॉम्बिनेशन के रूप में सोलर सॉल्यूशन देता है, जिसे आप अपनी ज़रूरत और बजट के अनुसार चुन सकते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि अगर आप 3kW का Luminous सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं तो आपको उसमें क्या-क्या चीज़ें मिलेंगी, किस ब्रांड और मॉडल की मिलेंगी, कितनी कीमत में, और कौन-सी आपके लिए बेस्ट होंगी।
तो आइए शुरू करते हैं — बिना किसी भ्रम के, एकदम क्लियर जानकारी के साथ।
- Part-to-Part पूरा कॉन्फ़िगरेशन
पार्ट | मॉडल / स्पेक | क्यों चुना? |
सोलर पैनल | 590 W Mono-Half-Cut Bifacial × 6 (≈ 3.54 kW) | High efficiency, कम छाया में भी आउटपुट; पीछे से भी प्रकाश सोखता है |
इनवर्टर | Luminous NXP 3500 (24 V, 3 kVA) | 2 बैटरी सपोर्ट, ऑफ-ग्रिड, ओवरलोड प्रॉटेक्शन |
बैटरी | Luminous Solar Tubular 150 Ah × 2 | 3–6 घंटे तक का बैक-अप; चाहें तो 180 Ah या 220 Ah पर अपग्रेड |
ज़्यादा बैक-अप चाहिए तो 180 Ah या 220 Ah बैटरी जोड़ें – केवल बैटरी-कॉस्ट बढ़ेगा, पैनल या इनवर्टर वही रहेंगे।
वारंटी का हिसाब
- पैनल: 25 साल परफ़ॉर्मेंस वारंटी
- इनवर्टर: 3 साल
- बैटरी: 5 साल
- पूरी लागत का ब्रेक-डाउन (लगभग)
Model | अनुमानित कीमत (₹) |
6 × 590 W पैनल | ≈ 1,95,000 |
NXP 3500 इनवर्टर | |
150 Ah × 2 बैटरी | |
स्ट्रक्चर, वायर, फास्टनर | |
इंस्टॉलेशन, लॉजिस्टिक्स, etc |
अगर आप 180 Ah या 220 Ah बैटरी लेते हैं तो क़ीमत भी बढ़ सकती है।
क्या यह सेट-अप मेरे घर के लिए सही है?
- लाइट-फैन-टीवी + 0.5 टन AC / फ्रिज तक आराम से संभाल लेता है।
- रोज़ाना ~16-18 यूनिट (धूप पर निर्भर) पैदा करता है।
- 3-5 साल में लागत वसूल; उसके बाद 20-22 साल लगभग मुफ्त बिजली।
अगर आपका बजट ₹2 लाख के आसपास है और आप बिजली कटौती या ऊँचे बिल से परेशान हैं, तो Luminous का यह 3 kW कॉम्बो एक भरोसेमंद, “फ़िट-एंड-फॉरगेट” समाधान है। पैनल 25 साल साथ देंगे, बैटरी और इनवर्टर समय-समय पर बदलकर आप पूरे सिस्टम को लगातार अप-टू-डेट रख सकते हैं।
आख़िरी सलाह: किसी भी खरीद से पहले अपनी छत का सर्वे और लोड-कैलकुलेशन ज़रूर कराएँ, ताकि आपको सही सोलर साइज और सही ROI मिल सके।