गोरखपुर में सौर ऊर्जा का धमाका! हर दिन बन रही 11 मेगावाट बिजली, अब सबको मिलेगा फ्री बिजली का फायदा!

गोरखपुर में सौर ऊर्जा की दुनिया में एक नई क्रांति देखने को मिल रही है। अब यह जिला हर दिन 11 मेगावाट सौर बिजली बना रहा है, जो किसी एक छोटे शहर की जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी है। यह बदलाव अचानक नहीं आया, बल्कि इसके पीछे लगातार मेहनत और सरकारी योजनाओं का मजबूत नेटवर्क है।
शासन की ओर से जिले को हर महीने 4 से 5 हजार नए सोलर प्लांट्स लगाने का लक्ष्य दिया गया है। और हैरानी की बात यह है कि इसमें लोगों को ज्यादा परेशानी भी नहीं हो रही, क्योंकि उन्हें सोलर प्लांट लगवाने के लिए अब लोन की भी सुविधा दी जा रही है। यानी जिनके पास एक बार में पूरी रकम नहीं है, वो भी अब किस्तों में भुगतान करके अपने घर की छत पर सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं।
नेडा (नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण) के परियोजना अधिकारी गोविंद तिवारी ने हाल ही में एनेक्सी भवन में हुई एक अहम बैठक में बताया कि अब तक जिले में कुल 3178 सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं। इन सैकड़ों प्लांट्स में से 2929 उपभोक्ताओं को तो सरकार की तरफ से सब्सिडी भी सीधे उनके बैंक खाते में भेज दी गई है। यानी पैसा भी समय पर और सीधे लाभार्थियों को मिल रहा है। बाकी आवेदकों की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है।
अब तक लगभग 30.26 करोड़ रुपये की सरकारी सब्सिडी जिले के लोगों को दी जा चुकी है, जिससे यह साफ हो गया है कि सरकार और विभाग इस योजना को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं। बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता ने भी कहा कि यूपी पावर कॉरपोरेशन से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं एक हफ्ते के अंदर पूरी कर ली जाएंगी, ताकि उपभोक्ताओं को किसी तरह की देरी न हो।
यूपी नेडा के सलाहकार उपकारी नाथ त्रिपाठी ने इस मौके पर सोलर लोन से जुड़ी दिक्कतों पर भी चर्चा की। उनका कहना था कि बैंकिंग प्रक्रिया को और आसान बनाया जाएगा, ताकि आम आदमी को लोन मिलने में कोई अड़चन न आए।
लीड बैंक मैनेजर मनोज श्रीवास्तव ने खुद यह भरोसा दिलाया कि सोलर लोन की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। साथ ही यह भी तय हुआ कि एक हफ्ते के भीतर एक वर्कशॉप कराई जाएगी, जिसमें बैंक अधिकारी, एजेंसियों के प्रतिनिधि और आम लोग मिलकर सोलर सिस्टम की पूरी जानकारी ले सकें।
इस बैठक में कई महत्वपूर्ण अधिकारी जैसे एसडी दूबे, टाउनहाल के अधिशासी अभियंता अंकित कुमार और सोलर प्लांट लगाने वाली एजेंसियों के लोग भी शामिल थे।
गोरखपुर अब केवल धार्मिक या सांस्कृतिक पहचान तक सीमित नहीं रहा। अब यह ऊर्जा के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान बना रहा है। और सबसे खास बात – यहां का हर आम नागरिक अब ‘बिजली के बोझ’ से आज़ादी की ओर कदम बढ़ा रहा है, वो भी पर्यावरण को बचाते हुए।
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लेखक के बारे में
S.K. Gupta पिछले 4 सालों से उत्तर प्रदेश में सोलर इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। वह न सिर्फ ग्राउंड लेवल पर सोलर इंस्टॉलेशन का अनुभव रखते हैं, बल्कि लोगों को सही सलाह देने में विश्वास रखते हैं ताकि वे सोलर लगवाने या सोलर बिजनेस शुरू करने से पहले पूरी जानकारी ले सकें। उनकी कोशिश रहती है कि हर आम आदमी तक सोलर की सही जानकारी आसान भाषा में पहुँचे।