सोलर इन्वर्टर में Fault Codes क्या होते हैं? जानिए 10 Common Errors.

सोलर इन्वर्टर सोलर सिस्टम का दिमाग होता है। यह DC (Direct Current) बिजली को AC (Alternating Current) में बदलता है जिससे आपके घर के पंखे, लाइट और AC जैसे उपकरण चल सकें। लेकिन कई बार इन्वर्टर में कुछ कोड्स दिखते हैं जैसे “F-07”, “E-001” या “Grid Fault”। ये Codes किसी न किसी गड़बड़ी की ओर इशारा करते हैं। इन्हें ही Fault Codes या Error Codes कहा जाता है।
इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि सोलर इन्वर्टर में ये फॉल्ट कोड्स क्यों आते हैं, उनका मतलब क्या होता है और कैसे इन्हें ठीक किया जा सकता है।
Fault Code क्या होता है?
जब सोलर इन्वर्टर को सिस्टम में कोई तकनीकी दिक्कत महसूस होती है – जैसे कि वोल्टेज ज्यादा होना, ग्रिड से कनेक्शन टूटना या बैटरी में दिक्कत – तो वह एक Error Code के रूप में उसे दिखाता है। ये कोड्स हर कंपनी का अलग हो सकता है लेकिन उनका मकसद होता है – यूज़र को चेतावनी देना।
1. Grid Fault
- ये तब आता है जब इन्वर्टर को ग्रिड से सप्लाई नहीं मिल रही होती या वोल्टेज जरूरत से ज्यादा/कम हो जाती है।
- सॉल्यूशन: पावर लाइन चेक करें। ज्यादा समय तक बना रहे तो इलेक्ट्रिशियन को दिखाएं।
2. Over Voltage / Under Voltage
- इन्वर्टर को जब इनपुट पावर की वोल्टेज तय सीमा से ज्यादा या कम मिलती है तो ये कोड आता है।
- सॉल्यूशन: वायरिंग या MCB में दिक्कत हो सकती है, जल्द जांच करवाएं।
3. Overload Fault
- जब आप इन्वर्टर की क्षमता से ज्यादा लोड (उपकरण) जोड़ते हैं तो यह Error आ सकता है।
- सॉल्यूशन: कुछ उपकरण हटा दें या बड़े इन्वर्टर की ओर जाएं।
4. Battery Low Fault
- अगर बैटरी की चार्जिंग क्षमता कम हो जाती है या वह पुरानी हो चुकी हो, तो यह Error आता है।
- सॉल्यूशन: बैटरी का पानी/लेवल चेक करें। ज़रूरत हो तो बैटरी बदलें।
5. PV Over Voltage
- सोलर पैनल से ज्यादा वोल्टेज आने पर यह कोड दिखता है।
- सॉल्यूशन: यह खराब वायरिंग या ज्यादा पैनल जोड़ने से हो सकता है। टेक्नीशियन से जांच कराएं।
6. No Grid
- जब ग्रिड से कनेक्शन पूरी तरह कट जाता है।
- सॉल्यूशन: बिजली विभाग की लाइन या मीटर में समस्या हो सकती है। चेक करें।
7. Isolation Fault
- इन्वर्टर और ग्रिड के बीच Earth leakage या करंट लीक हो रहा हो तो यह Error आता है।
- सॉल्यूशन: तुरंत इलेक्ट्रिशियन से Earthing चेक कराएं।
8. Temperature High
- इन्वर्टर के अंदर का तापमान तय सीमा से ज्यादा हो गया हो।
- सॉल्यूशन: धूप से बचाएं, फैन या वेंटिलेशन दें।
9. Inverter Communication Error
- अगर आपके इन्वर्टर में मोबाइल ऐप या मॉनिटरिंग सिस्टम है और वह सर्वर से कनेक्ट नहीं कर पा रहा है, तो ये Error आता है।
- सॉल्यूशन: वाई-फाई या केबल चेक करें।
10. MPPT Fault
- जब Maximum Power Point Tracking (MPPT) ठीक से काम नहीं करता, तब यह Error आ सकता है।
- सॉल्यूशन: कभी-कभी इन्वर्टर को रीस्टार्ट करने से ठीक हो जाता है, नहीं तो सर्विस इंजीनियर को बुलाएं।
क्या करें जब Fault Code दिखे?
- सबसे पहले Error Code को नोट करें।
- इन्वर्टर का मैनुअल देखें – वहां हर कोड का मतलब लिखा होता है।
- अगर दिक्कत बनी रहती है, तो सोलर इंस्टॉलर या कंपनी की सर्विस टीम से संपर्क करें।
Fault Codes किसी भी सोलर सिस्टम में सामान्य चीज हैं। यह सिस्टम को सुरक्षित बनाए रखने का तरीका है। लेकिन अगर इन्हें नजरअंदाज किया जाए तो यह गंभीर नुकसान कर सकते हैं। इसीलिए इन कोड्स को समझना और सही समय पर ठीक करना जरूरी है।
अगर आप पहले से ही सोलर सिस्टम चला रहे हैं, तो यह जानकारी आपके बहुत काम आने वाली है। और अगर लगवाने की सोच रहे हैं, तो सोलर इन्वर्टर में Fault Codes की यह समझ आपकी तैयारी को और बेहतर बनाएगी।
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लेखक के बारे में
S.K. Gupta पिछले 4 सालों से उत्तर प्रदेश में सोलर इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। वह न सिर्फ ग्राउंड लेवल पर सोलर इंस्टॉलेशन का अनुभव रखते हैं, बल्कि लोगों को सही सलाह देने में विश्वास रखते हैं ताकि वे सोलर लगवाने या सोलर बिजनेस शुरू करने से पहले पूरी जानकारी ले सकें। उनकी कोशिश रहती है कि हर आम आदमी तक सोलर की सही जानकारी आसान भाषा में पहुँचे।