क्या आपका घर सोलर के लिए सही है? ये 5 बातें ज़रूर जानें लगवाने से पहले

आज के दौर में हर कोई बिजली बिल से राहत चाहता है। और सोलर सिस्टम इसका सबसे बढ़िया और स्थायी उपाय बन चुका है। लेकिन क्या हर घर पर सोलर लगवाना सही रहता है? क्या बिना सोचे-समझे सिर्फ सब्सिडी या कम बिल के चक्कर में सिस्टम लगवाना समझदारी है?

अगर आप भी सोलर लगवाने का सोच रहे हैं, तो ये 5 बातें जानना आपके लिए बहुत ज़रूरी है – ताकि आपका पैसा और समय दोनों सही जगह लगें।


  1. क्या आपके घर की छत पर पर्याप्त धूप आती है?

सोलर पैनल की सबसे बड़ी ज़रूरत होती है – सीधी धूप। अगर आपके घर की छत पर दिन के 4–5 घंटे तक खुलकर धूप आती है, तो समझ लीजिए आपका घर सोलर के लिए परफेक्ट है।
लेकिन अगर छत पर छाया रहती है – जैसे पेड़, ऊंची बिल्डिंग, या पानी की टंकी – तो पैनल से बिजली उत्पादन कम हो जाएगा।

सुझाव: छत की एक बार जांच ज़रूर करें कि वहां सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक सीधी धूप आती है या नहीं।


  1. क्या आपकी छत का साइज और स्ट्रक्चर सही है?

1kW के सोलर सिस्टम को लगभग 90–100 वर्ग फुट जगह की जरूरत होती है।
अगर आप 3kW या 5kW लगवाना चाहते हैं, तो उसी अनुपात में जगह चाहिए।

साथ ही छत मजबूत भी होनी चाहिए ताकि वह सोलर पैनल और GI स्ट्रक्चर का वजन (करीब 60 किलो प्रति kW) सह सके।

सुझाव: पुरानी छत है तो एक बार सिविल इंजीनियर से राय ले लें।


  1. क्या आपका बिजली का उपयोग सोलर के लायक है?

अगर आपका मासिक बिजली बिल ₹800 से ₹3000 या उससे ऊपर का है, तो सोलर लगवाना बिल्कुल फायदे का सौदा है।

कम बिल वालों के लिए शुरुआत में रिटर्न कम हो सकता है, लेकिन दीर्घकालिक लाभ फिर भी अच्छा होता है।

सुझाव: 100 यूनिट या उससे अधिक मासिक खपत है तो सोलर ज़रूर विचार करें।


  1. क्या आपके घर पर नेट मीटर की सुविधा मिल सकती है?

ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए नेट मीटर जरूरी होता है ताकि आप जरूरत से ज़्यादा बनी बिजली को ग्रिड में भेज सकें और बाद में उसका क्रेडिट पा सकें।

कुछ इलाकों में नेट मीटरिंग की प्रक्रिया धीमी या सीमित हो सकती है।

सुझाव: अपने बिजली विभाग या सोलर एजेंसी से यह पहले ही कन्फर्म करें।


  1. क्या आप सरकारी सब्सिडी के लिए पात्र हैं?

आजकल PM Surya Ghar Yojana और राज्य योजनाओं के तहत सोलर पर मोटी सब्सिडी मिल रही है।
लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं – जैसे नेट मीटर होना, सरकार से अप्रूव्ड डीलर से सिस्टम लेना आदि।

सुझाव: पहले से पता कर लें कि आपके घर और लोकेशन पर कौन-कौन सी योजनाएं लागू हैं।


सोलर सिस्टम से पहले सोचिए, फिर लगवाइए

सोलर बिजली की दुनिया में एक स्मार्ट कदम है, लेकिन बिना जांच-पड़ताल के उठाया गया कदम फायदे की जगह नुकसान भी कर सकता है।
अगर ऊपर दी गई पांचों बातों का जवाब ‘हां’ है, तो आप बिना देर किए अपने घर को सोलर से सजाइए – और बिजली के बिल को अलविदा कहिए।


Leave a Comment