क्या सरकार सोलर लगवाने से पहले सब्सिडी देती है? या बाद में पैसे मिलते हैं?

आजकल जैसे-जैसे बिजली के दाम बढ़ते जा रहे हैं, वैसे-वैसे लोग सोलर सिस्टम की तरफ रुख कर रहे हैं। लेकिन बहुत सारे लोगों के मन में एक बड़ा सवाल होता है – “क्या सोलर सिस्टम लगवाने से पहले ही सरकार सब्सिडी दे देती है? या ये पैसा बाद में मिलता है?”

अगर आप भी यही सोच रहे हैं, तो ये ब्लॉग आपके लिए है। यहां हम पूरी प्रक्रिया को आसान भाषा में समझाएंगे।


सरकार देश में ज्यादा से ज्यादा घरों और दुकानों पर सोलर सिस्टम लगवाना चाहती है, ताकि बिजली की खपत कम हो और लोग सस्टेनेबल एनर्जी की ओर बढ़ें। इसी मकसद से MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) की तरफ से ग्राहकों को सोलर सब्सिडी दी जाती है।

यह सब्सिडी आपकी सोलर सिस्टम की लागत का एक हिस्सा कवर करती है, जिससे आपको कम पैसे में सोलर लगवाने का मौका मिलता है।


  • तो अब असली सवाल – सब्सिडी पहले मिलती है या बाद में?

सरकार सोलर सब्सिडी पहले नहीं देती, बल्कि सोलर सिस्टम लगने के बाद ही मिलती है।

आइए इस पूरी प्रक्रिया को एक-एक स्टेप में समझते हैं:

Step 1: पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन

सबसे पहले आपको राष्ट्रीय सोलर रूफटॉप पोर्टल (pmsuryaghar.gov.in) पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होता है। यहां आप अपने राज्य, बिजली कनेक्शन और सिस्टम की जानकारी भरते हैं।

Step 2: अप्रूव्ड वेंडर से सिस्टम इंस्टॉल कराना

सरकार की लिस्ट में शामिल किसी अप्रूव्ड डिस्कॉम वेंडर से आपको सोलर सिस्टम इंस्टॉल कराना होता है। याद रखें – अगर आप किसी लोकल या अप्रमाणिक कंपनी से सिस्टम लगवाते हैं, तो आपको सब्सिडी नहीं मिलेगी।

Step 3: सिस्टम लगाने के बाद इनस्पेक्शन

सिस्टम इंस्टॉल होने के बाद डिस्कॉम (बिजली विभाग) की टीम आती है और पूरे सेटअप का इनस्पेक्शन करती है। अगर सब कुछ सही पाया जाता है, तो आपकी रिपोर्ट अपलोड की जाती है।

Step 4: सब्सिडी की राशि आपके खाते में

इनस्पेक्शन के बाद, पोर्टल पर आपकी एप्लिकेशन अप्रूव होती है और सरकार की ओर से सब्सिडी की राशि आपके बैंक खाते में डायरेक्ट भेज दी जाती है। इसमें कुछ हफ्ते लग सकते हैं।

  • एक उदाहरण से समझिए:

मान लीजिए आपने 3kW का सोलर सिस्टम लगाया जिसकी कुल कीमत है ₹1.80 लाख। आपको ₹78,000 की सब्सिडी मिलती है, तो ₹78,000 की राशि सरकार आपके खाते में डालती है — लेकिन सिस्टम इंस्टॉल हो जाने और अप्रूवल के बाद।


ध्यान रखने वाली बातें:

  • सोलर सिस्टम इंस्टॉल होने से पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है।
  • केवल अप्रूव्ड वेंडर से सिस्टम लगवाएं, तभी सब्सिडी मिलेगी।
  • सब्सिडी सीधे ग्राहक के बैंक खाते में आती है, इंस्टॉलर को नहीं।
  • कुछ राज्यों में राज्य सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी भी मिलती है।

तो साफ है – सब्सिडी पहले नहीं मिलती, ये आपको सिस्टम लगवाने और अप्रूवल मिलने के बाद मिलती है। लेकिन यह कोई नुकसान नहीं है, क्योंकि आपको सब्सिडी की गारंटी पहले से ही मिल जाती है — बस प्रक्रिया को सही तरीके से फॉलो करना होता है।


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