UPNEDA Vendor Registration क्या होता है? जानिए कैसे बनें उत्तर प्रदेश में सोलर डीलर

अगर आप उत्तर प्रदेश में सोलर डीलर या इंस्टॉलर के रूप में काम करना चाहते हैं और सरकारी सब्सिडी स्कीम्स का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको UPNEDA (Uttar Pradesh New & Renewable Energy Development Agency) का Vendor Registration ज़रूर करवाना चाहिए।

यह एक सरकारी मान्यता होती है जिससे आप अधिकृत तरीके से सोलर सिस्टम लगा सकते हैं और ग्राहकों को सब्सिडी दिलवा सकते हैं।


UPNEDA Vendor बनने के फायदे:

  • सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त डीलर बनना
  • ग्राहक को सब्सिडी दिलाने की पात्रता
  • सरकारी प्रोजेक्ट्स में भाग लेने का मौका
  • डीलरशिप की विश्वसनीयता और भरोसा बढ़ता है
  • बिजनेस में तेजी से ग्रोथ

Vendor बनने की पात्रता:

  • आपकी कंपनी या फर्म का रजिस्ट्रेशन (Proprietorship/Partnership/Private Ltd.)
  • GST रजिस्ट्रेशन
  • PAN कार्ड
  • पिछले वर्षों का आयकर रिटर्न
  • टेक्निकल स्टाफ और उपकरणों की उपलब्धता
  • MNRE approved सोलर प्रोडक्ट्स का उपयोग

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया (Step-by-Step):

  1. PM Surya Ghar की वेबसाइट पर जाएं:
    https://pmsuryaghar.gov.in
  2. Vendor Registration सेक्शन में जाएं
    और नए Vendor के रूप में आवेदन करें।
  3. ऑनलाइन फॉर्म भरें
    जिसमें फर्म की जानकारी, अनुभव, स्टाफ डिटेल्स, उपकरण और उत्पादों की जानकारी देनी होती है।
  4. ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करें:
  • PAN, GST, Firm Registration
  • अनुभव प्रमाण पत्र
  • Technical Staff की डिटेल्स
  1. रजिस्ट्रेशन फीस जमा करें
  2. सभी दस्तावेज़ वेरिफिकेशन के बाद आपको UPNEDA Vendor ID दी जाती है।

Security Money (सिक्योरिटी मनी) की जानकारी:

  • UPNEDA Vendor बनने के लिए केवल डॉक्युमेंट्स और फीस ही नहीं, बल्कि आपको एक सिक्योरिटी राशि (Security Deposit) भी जमा करनी होती है।
  • सामान्यतः यह राशि ₹2.5 लाख होती है, जिसे बैंक गारंटी या डिमांड ड्राफ्ट के रूप में जमा किया जाता है।
  • इस सिक्योरिटी मनी का उद्देश्य:
  • यह सुनिश्चित करना कि Vendor अपने दायित्वों को गंभीरता से निभाए।
  • ग्राहक को समय पर और सही सेवा मिले।

अगर कोई Vendor सरकारी गाइडलाइन का पालन नहीं करता या क्वालिटी में गड़बड़ी करता है, तो इस राशि से क्षतिपूर्ति की जा सकती है।

यह राशि रिफंडेबल होती है (कुछ शर्तों के साथ), जब आप Vendor लिस्ट से हटना चाहें।


  • फीस कितनी लगती है?
  • सामान्यतः ₹5,000 – ₹10,000 तक की फीस होती है (UPNEDA समय-समय पर अपडेट करता है)।
  • ये फीस नॉन-रिफंडेबल होती है।
  • एक जरूरी नोट:

हर राज्य की सोलर वेंडरशिप और सब्सिडी की प्रक्रिया अलग होती है। यह पोस्ट सिर्फ उत्तर प्रदेश (UP) के लिए है।
आप दूसरे राज्य में हैं, तो वहां की न्यू और रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी की वेबसाइट देखें।

  • कितने समय में Vendor बन जाते हैं?

यदि आपके दस्तावेज़ पूरे हैं और सब कुछ सही है, तो आपको 15 से 30 दिनों में Vendor ID मिल सकती है।

  • क्या बिना Vendor बने भी सोलर बिजनेस कर सकते हैं?

हाँ, लेकिन आप सरकारी सब्सिडी से जुड़ी सर्विसेज नहीं दे पाएंगे। ग्राहक आपसे सब्सिडी की उम्मीद करेगा, तो आपकी विश्वसनीयता पर असर पड़ेगा।

  • क्या डीलर बनने के बाद इंस्टॉलेशन कर सकते हैं?

बिलकुल। अगर आपके पास टेक्निकल टीम है तो आप खुद इंस्टॉलेशन भी कर सकते हैं, या किसी ट्रेन्ड इंस्टॉलर को हायर कर सकते हैं।


निष्कर्ष:

अगर आप सोलर इंडस्ट्री में लंबे समय तक टिके रहना चाहते हैं और लोगों को सब्सिडी दिलाकर भरोसे के साथ काम करना चाहते हैं, तो UPNEDA Vendor Registration करवाना एक ज़रूरी कदम है।


Vendor Registration की Step-by-Step जानकारी के लिए यह ब्लॉग ज़रूर पढ़ें: यहाँ क्लिक करें

Vendor Registration कैसे करें? | Step by Step Guide हिंदी में

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